72 की उम्र में मां बनने के पीछे की 'असल' कहानी
हिसार। अमृतसर रहने वाले मोहिंदर सिंह गिल और उनकी परी दलजिंंदर कौर की शादी 7 अक्टूबर 1970 को हुई थी। मगर, शादी के 46 साल बाद भी उन्हें संतान सुख नहीं मिला। तब उन्होंने आईवीएफ तकनीक के जरिये माता-पिता बनने के बारे में सोचा।
मोहिंदर ने 2013 से पत्नी के साथ अमृतसर से हिसार आकर कई बार इलाज के सिलसिले में आए और अब इसका फल उन्हें मिल गया है। अब अब 72 वर्ष की उम्र में पिता बन गए हैं। करीब 2 साल मेडिकल टेस्ट से पता चला कि दलविंदर मां बनने में सक्षम हैं। हालांकि, 20 साल पहले उनका मासिक धर्म बंद हो गया था।
कौर ने पिछले साल जुलाई में गर्भधारण किया था। हिसार के नेशनल फर्टिलिटी एंड टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के मालिक डॉक्टर अनुराग विश्नोई ने बताया कि दलजिंदर अखबार में विज्ञापन पढ़ने के बाद साल 2013 में हमारे पास आई थी। उन्होंने बताया कि यह ऐसा दूसरा मामला है, जिसमें 70 साल की उम्र में किसी महिला ने संतान को जन्म दिया है।
नेशनल फर्टिलिटी सेंटर में अत्याधुनिक आईवीएफ तकनीक से इलाज कराने में उम्र की वजह से कुछ रुकावटें आईं। शुरुआती दो प्रयास नाकाम भी हुए, लेकिन मोहिंदर और दलजिंदर ने हिम्मत नहीं हारी। आखिरकार तीसरी कोशिश रंग लाई और दलजिंदर की मां और मोहिंदर के पिता बनने की तमन्ना पूरी हुई।
मोहिंदर को उनके पिता ने सिर्फ इस वजह से बेदखल कर दिया कि उनकी कोई संतान नहीं थी। इसलिए वह जमीन-जायदाद में हिस्सा लेकर क्या करेगा। घरेलू झगड़ा अदालत तक पहुंचा और मोहिंदर को अदालती लड़ाई जीतने में सालों बीत गए। इसके चलते वह पहले डॉक्टर के पास इलाज के लिए नहीं जा सके थे। vishalindiantvchainal.blogspot.com
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